Edited By Updated: 19 Apr, 2017 11:42 PM
हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म त्रिवेणी रिवालसर में मानवीय भूल और प्रशासनिक अनदेखी से एक ही दिन में करीब 1200 क्विंटल मछलियां (अनुमानित 5 हजार) बेमौत मारी गईं।
रिवालसर: हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म त्रिवेणी रिवालसर में मानवीय भूल और प्रशासनिक अनदेखी से एक ही दिन में करीब 1200 क्विंटल मछलियां (अनुमानित 5 हजार) बेमौत मारी गईं। इससे स्पष्ट हो गया है कि एन.जी.टी. के आदेशों की अवहेलना झील के अस्तित्व के साथ लोगों की धार्मिक आस्था पर भी भारी पड़ी है। प्रशासनिक तौर पर जानकारी मिली है कि 8 ट्रालियां (एक ट्राली में करीब 15 क्विंटल मछलियां) मृत मछलियां झील से निकाल कर दफनाई गई हैं। वहीं जो सांस लेने के लिए तड़प रही थीं उन्हें बाहर निकालकर बी.एस.एल. नहर बग्गी में डाल दिया गया है।
झील में जहर डालने की आशंका पर मामला दर्ज
बल्ह थाना में उपरोक्त प्रकरण पर एक मामला भी दर्ज हुआ है। धारा 429 के तहत दर्ज हुए मामले में शिकायतकर्ता वार्ड मैंबर वार्ड नंबर 1 रिवालसर लीला वशिष्ठ पत्नी सुरेंद्र कु मार का कहना है कि 18 अप्रैल को रात 9 बजे जब वह अन्य औरतों के साथ झील के किनारे टहल रही थी तो देखा कि झील के पानी का रंग लाल हो गया था व मछलियां मर रही थीं। शक है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने झील में जहरीली दवा डाल दी है। मामले की सब इंस्पैक्टर सुरेंद्र कुमार प्रभारी पुलिस चौकी रिवालसर जांच कर रहे हैं। एस.पी. मंडी प्रेम कुमार ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इस एंगल से भी जांच की जाएगी।