Edited By Updated: 15 Apr, 2017 03:52 PM
10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। अब छात्रों का एक साल बर्बाद नहीं होगा।
कांगड़ा: 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। अब छात्रों का एक साल बर्बाद नहीं होगा। छात्रों को फेल होने के बाद वार्षिक परीक्षा देने के लिए एक साल का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जिस विषय की भी तैयारी पूरी होगी, छात्र उसी समय उस विषय की परीक्षा दे सकेगा। इसकी सुविधा एनआईओएस (नैशनल ओपन स्कूल) का क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला दे रहा है। इसके लिए छात्र ऑन डिमांड पेपर दे सकते हैं। इतना ही नहीं, एनआईओएस ने छात्रों को टीओसी (ट्रांसफर ऑफ क्रेडिट) की सुविधा भी दी है। फिलहाल एनआईओएस ने ऑन डिमांड परीक्षा और टीओसी की सुविधा केंद्रीय विद्यालय योल, केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर और धर्मशाला में दी है। बाद में अन्य परीक्षा केंद्रों में भी यह सुविधा शुरू की जाएगी।
क्या है ऑन डिमांड एग्जाम और टीओसी
ऑन डिमांड एग्जाम की सुविधा के तहत एनआईओएस से 10वीं और 12वीं की परीक्षा में एक बार बैठने के बाद यदि छात्र का कोई पेपर पास नहीं होता तो रिजल्ट के एक महीने बाद जब भी उसकी तैयारी पूरी हो, वह परीक्षा दे सकता है। इस प्रकार वह जैसे-जैसे जिस विषय की तैयारी करता रहेगा। वैसे-वैसे पेपर दे सकता है। इसके लिए उसे एनआईओएस को परीक्षा लेने के लिए डिमांड करनी होगी। ऐसी स्थिति में फेल विषयों के पेपर एनआईओएस में दे सकता है, जबकि पहले पास विषयों के अंकों को जोड़कर वह छात्र को सर्टिफिकेट जारी करेगा। हिमाचल से करीब 100 छात्र इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।