Edited By Updated: 24 Aug, 2016 11:24 AM
गोबिंद सागर झील किनारे बसी पंचायत डमली के गांव धराड़सानी नाले का उफनता पानी एक बच्ची को बहा ले गया।
बिलासपुर: गोबिंद सागर झील किनारे बसी पंचायत डमली के गांव धराड़सानी नाले का उफनता पानी एक बच्ची को बहा ले गया। यह हादसा सोमवार शाम 7 बजे के आसपास घटित हुआ। लड़की की पहचान अनीशा पुत्री अच्छर देव निवासी धराड़सानी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार अनीशा डमली के एक स्कूल की 7वीं कक्षा की छात्रा थी। अनीशा प्रतिदिन की तरह 9वीं कक्षा में पढ़ रहे अपने बड़े भाई विशाल के साथ ऋषिकेश में ट्यूशन पढ़कर वापस लौट रही थी। उस वक्त भारी बारिश के चलते ऋषिकेश व धराड़सानी के बीच यह नाला भारी उफान पर था। इस नाले को पार करते-करते वह उफनते पानी की चपेट में आ गई।
इस दौरान उसके पिता अच्छर देव व दादी भी उसके साथ थे। अच्छर देव के अनुसार उन सभी ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ा हुआ था, जिनमें अनीशा पीछे थी। उफनते पानी की धार ने इन सभी को भी बहा ले जाने की कोशिश की लेकिन अच्छर देव ने बाकियों को किनारे तक सुरक्षित पहुंचा दिया लेकिन अनीशा उफनते पानी की चपेट में आ गई। अच्छर देव ने तुरंत छलांग लगाकर अनीशा का हाथ पकड़ लिया और दोनों पानी में बहने लगे थोड़ा-सा आगे पत्थर के डंगों की तारों के साथ अच्छर देव फंस गए व अनीशा उनके हाथ से छूट कर पानी की उफनती लहरों में गुम हो गई। इधर, अनीशा के भाई व दादी द्वारा शोर मचाने पर वहां लोग पहुंचे। सबने मिलकर अनीशा को पानी में ढूंढने की कोशिश की लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया।
अनीशा की खोज में जुटा प्रशासन
हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत एस.डी.एम. घुमारवीं आदित्य नेगी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इस मामले में एस.डी.एम. सदर हरीश गज्जू की मदद ली, जिन्होंने फायर ब्रिगेड व होमगार्ड के बचाव दल व पुलिस के त्वरित कार्रवाई दल को भी मौके पर भिजवा दिया। यह बचाव दल रात्रि को मौके पर तो पहुंच गया लेकिन अनीशा को ढूंढने में नाकाम रहे। नाले का पानी उतर जाने के बाद मंगलवार सुबह भी गांव के लोगों ने परिजनों के साथ मिलकर नाले का कोना-कोना छान मारा लेकिन अनीशा का कोई पता नहीं चला।